UAE: दुबई की एक अदालत ने एक पार्किंग विवाद में हुए झगड़े के मामले में एक भारतीय और एक पाकिस्तानी नागरिक को देश छोड़ने का आदेश दिया है। यह विवाद एक पार्किंग स्थल को लेकर हुआ, जो देखते ही देखते हिंसक झगड़े में बदल गया। कोर्ट ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए दोनों को यूएई से डिपोर्ट करने का फैसला सुनाया।
क्या था मामला?
यह घटना दुबई के एक वाणिज्यिक क्षेत्र की है, जहां भारतीय और पाकिस्तानी नागरिक के बीच पार्किंग की जगह को लेकर बहस शुरू हुई। देखते ही देखते यह मामूली विवाद हाथापाई में बदल गया। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, दोनों पक्षों ने एक-दूसरे को गालियां दीं, धक्कामुक्की की, और मारपीट पर उतर आए।
पुलिस की कार्रवाई
विवाद बढ़ने के बाद पुलिस को मौके पर बुलाया गया। सुरक्षा अधिकारियों ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया और स्थानीय थाने में पूछताछ की। सीसीटीवी फुटेज और गवाहों के बयान के आधार पर कोर्ट में मामला दर्ज किया गया।
अदालत का फैसला
दुबई कोर्ट ने मामले की सुनवाई के बाद फैसला सुनाया। दोनों पर सार्वजनिक स्थल पर झगड़ा करने, अशांति फैलाने और शांति भंग करने के आरोप साबित हुए। अदालत ने कड़ी चेतावनी देते हुए भारतीय और पाकिस्तानी नागरिकों को देश से निर्वासित (डिपोर्ट) करने का आदेश दिया।
सख्त नियमों की याद दिलाई गई
दुबई प्रशासन ने नागरिकों और प्रवासियों को कानून का पालन करने और सार्वजनिक स्थलों पर शांति बनाए रखने की चेतावनी दी है। अधिकारियों ने साफ कहा कि सार्वजनिक स्थानों पर लड़ाई-झगड़ा या कानून तोड़ने वालों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
यह घटना विदेशों में रहने वाले भारतीय और पाकिस्तानी प्रवासियों के लिए सबक है कि कानूनी नियमों का पालन करें और छोटी-छोटी बातों को बड़े विवाद में न बदलने दें। यूएई के कड़े कानूनों के तहत ऐसी गैर-जिम्मेदाराना हरकतें किसी को भी देश छोड़ने पर मजबूर कर सकती हैं।